Heart Touching Emotional Story on Father and Daughter
Heart Touching Emotional Story on Father and Daughter बेटी ने अपने पिता के साथ ये क्या किया
Heart Touching Emotional Story on Father and Daughter
ये कहानी एक पिता और एक बेटी के रिश्ते पर आधारित है। अक्सर बच्चे अपने माता- पिता को ठीक से समझ नहीं पाते हैं और उन्हें गलत समझ बैठते हैं।
बच्चे मां- बाप को कितना भी बुरा क्यों ना समझें, माता- पिता के दिल में हमेशा बच्चों के लिए प्यार होता है।
दोस्तों Heart Touching Emotional Story on Father and Daughter की ये कहानी आपको जरूर पसंद आएगी।
एक बार कविता किसी लड़के से शादी कर के अपने पापा के पास आई, और कहा कि पापा ये आशीष है और मैंने इससे शादी कर ली है।
कविता के पापा बहुत ही समझदार थे, उन्हें कविता की ये बात सुनकर गुस्सा तो बहुत आ रहा था, लेकिन उन्होंने बिना गुस्सा किए बस कविता से कहा कि- तुम दोनों घर से निकल जाओ।
कविता ने कहा- पापा आशीष के पास अभी कोई काम नहीं है, प्लीज कुछ दिन अभी हमें यहां रहने दीजिए। लेकिन कविता के पापा ने फिर से कहा कि तुम दोनों यहां से निकल जाओ।
Heart Touching Emotional Story on Father and Daughter
कुछ सालों बाद कविता के पापा की मौत हो गई। दुर्भाग्यवश आशीष ने भी कविता को छोड़ दिया था
और कविता एक रेस्टोरेंट चलाकर अकेले ही अपने एक बेटे और बेटी का पालन- पोषण कर रही थी। कविता के ताउ ने उसे ये खबर दी कि अब उसके पिता नहीं रहे।
कविता को ये खबर सुन बिल्कुल भी दुख नहीं हुआ। उसने सोचा उन्होंने मुझे घर से निकाल दिया था, तो अब मैं उनकी अंतिम यात्रा पर भी नहीं जाउंगी।
लेकिन कविता के ताउ जी के समझाने के बाद वो पापा के अंतिम यात्रा पर जाने के लिए तैयार हो गई।
कविता अपने पापा के अंतिम यात्रा पर गई, लेकिन उसे अपने पापा की मौत का कोई दुख नहीं था। कविता के पापा की आज तेरहवीं थी। सभी क्रियाकर्म पूरे हो चुके थे। सभी मेहमान भी जा चुके थे।
तभी ताउजी ने कविता को एक पत्र दिया और कहा कि ये तुम्हारे पापा ने मुझे तुम्हें देने को कहा था। कविता कमरे में गई और पत्र खोला। उसमें लिखा था
मेरी प्यारी गुड़िया,
मुझे मालूम है कि तुम मुझसे बहुत नाराज हो। मैंने तुम्हें घर से बाहर निकाल दिया था।
तुम दर- दर की ठोकरें खा रही थी, तब भी मैंने तुम्हें नहीं बुलाया। लेकिन क्या कहूं उस वक्त मैं भी बहुत दुखी था।
याद है जब तुम 5 साल की थी, तब तुम्हारी मां हमें छोड़ कर चली गई थी। तब से मैंने तुम्हें कभी तुम्हारी मां की कमी महसूस नहीं होने दी।
रात- रात भर तुम्हारे लिए जागा। तुम्हारे स्कूल जाने पर पूरे दिन तुम्हारे स्कूल के गेट पर बैठा रहता।
वो कच्चा- पक्का खाना जब तुम्हें पसंद नहीं आता, तो तुम्हारे लिए फिर से खाना बनाता, ताकि तुम भूखी ना रहो।
Heart Touching Emotional Story on Father and Daughter
रात- रात भर जब तुम पढ़ाई करती तो रातभर जाग कर तुम्हें चाय बनाकर पिलाता। बड़े होने पर वो तुम्हारा छोटे कपड़े पहनना, शराब पीना, पार्टियों में जाना इस सब चीजों में मैंने तुम्हारा साथ दिया।
मेरे भी बड़े अरमान थे बेटी, कि मैं तुम्हारी शादी धूमधाम से करुं। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तुम्हारी वजह से मैंने कभी दूसरी शादी नहीं की, लेकिन तुमने अपनी जिंदगी का इतना बड़ा फैसला अकेले ही कर लिया।
उसमें भी तुमने एक ऐसे लड़के से शादी कर ली, जो फिर वासना और पैसों के लिए ना जाने कितनी लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका था।
मैंने आशीष के बारे में पता लगाया था। लेकिन क्या करुं तुम तो उस वक्त प्यार में अंधी थी।
खैर, जो भी हुआ हो, बस हो सके तो मुझे माफ कर देना। मैंने तुम्हारे और तुम्हारे बच्चों के नाम बैंक में कुछ पैसे जमा करवाए हैं। दो-तीन घर और कुछ जमीन के कागजात भी तुम्हारे नाम पर कर दिया है।
तुम्हारी मां के गहने भी अलमारी में पड़े हैं। ये सब तुम्हारा ही है। तुम्हारा पापा। कविता की आंखों में आंसू थे।
कविता ने सारी बातें ताउजी को बताई। ताउजी ने कहा कविता जो पैसे मैंने तुम्हें घर और रेस्टोरेंट खोलने के लिए दिए थे, वो भी तुम्हारे पापा ने ही मुझसे दिलवाए थे।
ये बात सुन तो जैसे अब कविता के दिल में एक तूफान सा उठ गया था।
दोस्तों, इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि बच्चे चाहे मां-बाप को छोड़ दें, लेकिन मात-पिता दूर होकर भी हमेशा अपने बच्चों के लिए फ्रिकमंद रहते हैं। उनके मन से अपने बच्चों के लिए प्यार कभी कम नहीं होता है। इसलिए हमेशा अपने माता- पिता का आदर करें।
मुझे यकीन है कि यह स्टोरी आपके दिल को छू गई होगी। तो यह स्टोरी अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।
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