Barish Shayari in hinid | Rain shayari | 30+ बरसात शायरी हिंदी।
जाने क्यू बारिश जब भी होती है,
मेरे अंदर तेरी याद छुप छुप कर रोती है..!
जाने क्यू बारिश जब भी होती है,
मेरे अंदर तेरी याद छुप छुप कर रोती है..!
दीदार- ए- चांद वाली रात आयी है,
बाजारों में रौनक और घरों में,
खुशियों की सौगात लयी हैं।
क्या ऐसा नहीं हो सकता हम प्यार मांगे,
और तुम गले लगा के कहो , और कुछ ?
जो बहुत प्यार दिखाते हैं,
वही अकेला छोड़ कर चले जाते हैं।
तुझसे इश्क क्या हुआ,
खुद से मोहब्बत हो गई।
नफरत हो जायेगी तुझे तुझसे,
अगर मैं तुझसे तेरे ही अंदाज़ में बात करूं।
उठो , जागो और तब तक नहीं,
रुको जब तक लक्ष्य ना,
प्राप्त हो जाये।
खूदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है,
हजार साल गुजरने पे भी जवान ही रहे।
बिन तेरे मेरी हर ख़ुशी अधूरी है,
फिर सोच मेरे लिए तू कितनी ज़रूरी है।
क्या बात है,
बड़े चुपचाप से बैठे हो,
कोई बात दिल पे लगी है,
या दिल कही लगा बैठे हो।